सूरतगढ़। नगरपालिका चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा को आखिरकार स्वायत शासन विभाग ने निलंबित कर दिया है। कालवा पिछले सवा साल से एक करोड़ 60 लाख रुपए के सीवरेज घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए थे। कालवा को जांच में दोषी मानते हुए स्वायत शासन विभाग ने चेयरमैन कालवा को न केवल अध्यक्ष पद से बल्कि उनकी सदस्यता को भी निलंबित कर दिया है। स्वायत शासन विभाग ने 24 जुलाई को जारी आदेश में कालवा के विरुद्ध न्यायिक जांच करवाने की बात कही है।
वहीं दूसरी और मास्टर कालवा नें जिला कलेक्टर की जांच पर सवाल उठाते हुए उच्च न्यायालय में रिट दायर की है, जिस पर सुनवाई चल रही है। मंगलवार को नंबर नहीं आने के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। ऐसे में आज प्रकरण पर सुनवाई होने की उम्मीद है। हालांकि इस मामले में पूर्व चेयरमैन बनवारीलाल मेघवाल के प्रयासों से स्वायत शासन विभाग द्वारा केवियट दायर की गई है। जिसके चलते रिट पर फैसला देने से पूर्व विभाग का पक्ष भी सुना जाएगा। बहरहाल इस बेहद चर्चित प्रकरण में निर्णय क्या आएगा इसको लेकर उत्सुकता बनी हुई है। पालिका चेयरमैन की गद्दी पर कौन बैठेगा यह इस निर्णय से तय होगा।
चेयरमैन कालवा के निलंबन के बाद अभी तक विभाग द्वारा कार्यवाहक चेयरमैन की नियुक्ति नहीं की गई है जिसका सीधा सा अर्थ है कि विभाग भी न्यायालय के निर्णय का इंतजार कर रहा है। इसलिये आज का दिन सूरतगढ़ नगरपालिका और शहर के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वैसे अगर चेयरमैन कालवा की याचिका पर आने वाले फैसले की बात की जाए तो कालवा के समर्थक यह मानकर चल रहे हैं कि न्यायालय कालवा को राहत देते हुए निलंबन के आदेश पर पर स्टे देगा।
वैसे अगर तकनीकी रूप से देखा जाए तो इस बात की संभावना ज्यादा नजर भी आ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इस मामले में विभाग द्वारा अभी तक केवल चेयरमैन कालवा पर कार्रवाई की गई है। जबकि मामले में तात्कालिक JEN, AEN, अकॉउंटेंट और अधिशासी अधिकारी जो मामले में उतने ही दोषी है जितने की चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा। ऐसे में अन्य दोषियों पर कार्रवाई नहीं होना न्यायालय में कालवा के बचाव के लिए एक बड़ा तर्क साबित हो सकता है। खैर चेयरमैन कालवा की ओर से न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने वाले तर्क न्यायालय को प्रभावित कर पाते हैं या नहीं इसका खुलासा जल्द हो जाएगा।
वैसे अगर न्यायालय चेयरमैन कालवा की रिट खारिज करता है तो देर शाम या कल तक विभाग कार्यवाहक अध्यक्ष के नियुक्ति के आदेश जारी कर देगा। फिलहाल अध्यक्ष पद के दावेदारों में परसराम भाटिया और बनवारीलाल मेघवाल की पत्नि पार्षद विमला मेघवाल का नाम आगे चल रहा है। इसके अलावा पार्षद शंकर नायक को कार्यवाहक चेयरमैन बनाने की चर्चा चल रही है।
बहरहाल देखना यह होगा कि नगरपालिका के चेयरमैन की कुर्सी का सेहरा किसी नए व्यक्ति के सर पर सजेगा या फिर कालवा एक बार फिर पालिका के चेयरमैन कार्यालय में अपने नाम की नेम प्लेट लगाने में सफल होंगे।