सूरतगढ़। खबर पॉलिटिक्स के माध्यम से शहर की राजनीति और राजनीतिज्ञों के अच्छे और बुरे इरादों को हमने जनता की अदालत रखने की कोशिश की है। अच्छी बात यह रही है कि खबर पॉलिटिक्स द्वारा जनहित को देखते हुए प्रकाशित रिपोर्ट और राजनीतिक हालात को लेकर बताए गए अंदेशे पूरी तरह से सच साबित हुए है। ऐसी ही कुछ रिपोर्ट निजी व्यस्तताओं के चलते आपके सामने नहीं आ सकी । ऐसी ही एक अप्रकाशित रिपोर्ट आज आपके सामने प्रस्तुत हैं जो कि हमने चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चाओं के बीच लिखी थी। अविश्वास प्रस्ताव लाने की चर्चाओं के उस दौर की यादों को ताजा रखते हुए रिपोर्ट को पढ़ें तों आपको बेहतर अनुभव होगा।
खबर पॉलिटिक्स की अप्रकाशित रिपोर्ट : शास्त्रीजी की भविष्यवाणी के भरोसे चेयरमैन कालवा
‘नगरपालिका के चेयरमैन मास्टर ओमप्रकाश कालवा के बारे में चर्चाएं गर्म है कि मास्टरजी अब कुछ ही दिनों के मेहमान है। कांग्रेस के बड़े नेता और बड़ी संख्या में पार्षद भी अब मास्टरजी को पालिकाध्यक्ष के सीट पर बैठे देखना नहीं चाहते। यह धड़ा येन केन और प्रकरेण मास्टरजी की घर वापसी के लिए तैयारीयां कर रहा है। वहीं मास्टरजी के शुभचिंतक जिनमे पार्षद और पत्रकार भी शामिल है इन दिनों खासे परेशान नज़र आ रहे है। लेकिन मास्टरजी के चेहरे पर इस संकट का कोई असर नहीं दिख रहा है।
खैर मास्टरजी राजनीति की पिच के शातिर खिलाड़ी है इस बात में संशय नहीं है। लेकिन ज़ब आप के जीवन भर की पूंजी (पद और प्रतिष्ठा) दांव पर लगी हो तो अच्छे-अच्छे धुरंधरों के चेहरे पर शिकन आ ही जाती है। हालांकि मास्टरजी भी भीतरखाने इस आपदा से जूझने की तैयारी कर रहे है और गोटियां फिट करने में जुटे हुए हैं। लेकिन मास्टरजी का कॉन्फिडेंस हर किसी को हैरान कर रहा है। उनके सहयोगी और विरोधी दोनो ही मास्टरजी के कॉन्फिडेंस की वजह नहीं समझ पा रहे है।
इस मामले में जब हमने तहकीकात की तो पता चला कि मास्टरजी को कॉन्फिडेंस की बूस्टर डोज एक शास्त्री जी ने लगाई है। शास्त्री जी खगोल विज्ञान के मर्मग्य तो है ही साथ ही राजनीति से जुड़े कई बड़े नेता शास्त्रीजी का मार्गदर्शन लेते है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों ज़ब मास्टरजी सीवरेज घोटाले की जाँच और आला नेताओं की नाराजगी से घिरे तो मीडिया से जुड़े एक मित्र के जरिये शास्त्रीजी के पास पहुंच गए। शास्त्रीजी के कुछ नजदीकियों के अनुसार मास्टरजी की कुंडली का देखकर शास्त्रीजी ने मास्टरजी के अपराजित रहने की भविष्यवाणी कर दी है।
कहा जा रहा है कि शास्त्रीजी की इस भविष्यवाणी के बाद ही मास्टरजी का कॉन्फिडेंस चरम पर पहुंचा हुआ है और उनके चेहरे का आत्मविश्वास विरोधियों की नींद उड़ा रहा है। मास्टरजी के आत्मविश्वास को देखकर विरोधी इस चिंता में घुले जा रहे हैं कि कहीं उनका दाव उल्टा ना पड़ जाए। इसी वजह से वे भी अपना कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं।
बहरहाल हम आपको बता दें कि दुनिया भर के लोगों का भविष्य बताने वाले शास्त्री जी भी खुद के मामले में सितारों की गति नहीं भाँप सके थे। लेकिन फिर भी ज्योतिष का अगर कोई विज्ञान है तो उसमे शास्त्री जी की विद्व्ता से इंकार नहीं किया जा सकता। शायद शास्त्री का आशीर्वाद ही वह वजह है जिसके बूते मास्टरजी ताश से खेले जाने वाले तीन पत्ती गेम के शातिर खिलाड़ी की तरह व्यहवार कर रहे है जो कि कमजोर पत्ते मिलने के बाद भी अपनी चिंता को चेहरे पर आने नहीं देता है।
वैसे आपको बता दें कि तीन पत्ती गेम में अक्सर शातिर खिलाड़ी विरोधी की चाल पर कई गुना दाव लगाकर बाज़ी को पलट देते है। बहरहाल नगरपालिका की यह जंग दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुकी है जहाँ मील परिवार के राजनीतिक वृचस्व को शास्त्री जी के आशीर्वाद की बदौलत चेयरमैन कालवा सीधे चुनौती दे रहे हैं। अब देखना यह है कि शास्त्रीजी की जीत होगी या उनके विरोधियों की राजनीतिक हार।’
यह रिपोर्ट हम खबर पॉलिटिक्स में प्रकाशित नहीं कर पाए। लेकिन अब ज़ब राजनीति की जंग की धुंध छंट चुकी हैं। रिपोर्ट पढ़कर आपको यह तो समझ में आ ही गया होगा कि फिलहाल शास्त्रीजी की भविष्यवाणी सच हो गई है। खैर देखना यह है कि उनके विरोधी इस राजनीतिक हार का बदला कैसे चुकातें है। रिपोर्ट को पढ़कर अपनी राय अवश्य दें।
– राजेंद्र पटावरी, उपाध्यक्ष-प्रेस क्लब, सूरतगढ़।