सूरतगढ़। शहर के नये हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित प्राइवेट स्पोर्ट्स अकैडमी का मामला एक बार फिर से चर्चा में है। वार्ड नंबर 39 से भाजपा पार्षद हरीश दाधीच और राजीव चौहान ने इस मामले में नगरपालिका प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
ईओ पवन चौधरी को दिए गए ज्ञापन में दोनों पार्षद ने शहर के वार्ड नंबर-2 में हाउसिंग बोर्ड स्थित करोड़ों रुपए के बेशकीमती भूखंड पर अज्ञात लोगों पर अवैध स्पोर्ट्स अकादमी के संचालन का आरोप लगाया है। पार्षदों का आरोप है कि कलाम पार्क से स्टे खाली भूखंड पर हरियाणा स्पोर्ट्स अकैडमी नामक संस्था द्वारा अवैध रूप से अकादमी का संचालन किया जा रहा है। पार्षद दाधीच के अनुसार अकादमी संचालक अज्ञात व्यक्तियों ने भूखंड पर निर्मित चारदीवारी पर तारबंदी कर कब्जा जमा लिया है।
दोनों पार्षदों ने ईओ से तुरंत कार्रवाई कर भूखंड को अतिक्रमण से करवाने की मांग की है साथ मामले में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
अवैध अकेडमी संचालकों के आगे बेबस प्रशासन
शहर के नये हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में अवैध अकादमी का संचालन कर रहे ये लोग कितने प्रभावशाली हैं इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पिछले दो सालों से अवैध अकादमी के संचालन का मामला मीडिया में उठाया जा रहा है। लेकिन आज तलक प्रशासन की हिम्मत नहीं हुई है कि वह सरकारी भूखंड पर संचालित हो रही इस निजी अकेडमी की तरफ आंख उठा कर भी देख सके।
सरकारी भूखंड पर अवैध अकेडमी का संचालन कर रहे लोग इस कदर बेखौफ़ है कि इन्होने इस विशाल भूखंड पर स्वंय का ताला जड़ दिया है। जिसके साथ चलते आसपास रहने वाले लोग भी इस भूखंड में प्रवेश नहीं कर सकते है। इस विशालकाय भूखंड का उपयोग लोग सुबह शाम घूमने के अलावा बच्चों के खेल मैदान के रूप में भी कर सकते हैं। इसके अलावा शादी समारोह के लिए भी यह भूखंड लोगों के उपयोग में आ सकता है लेकिन अकेडमी संचालकों के दबाब में पालिका प्रशासन मुंह में दही जमाये बैठा है।
RI कालूराम की दी जाँच, पर क्या निकलेगा नतीजा !
पार्षदों की शिकायत के बाद ईओ पवन चौधरी ने पालिका के आरआई कालूराम सेन को मौका निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट के निर्देश दिए हैं। परन्तु ज्ञापन देने के बाद भी 2 दिन का समय बीत चुका है और अब तक आरआई द्वारा कोई मौका रिपोर्ट नहीं की गई है। ऐसे में इस मामले में पालिका प्रशासन के रवैये का अंदाजा लगाया जा सकता है। वैसे आरआई की रिपोर्ट आने के बाद भी मामले का कोई हल निकलेगा इस बात की उम्मीद कम है। क्योंकि इससे पहले भी पूर्व ईओ शैलेंद्र गोदारा और विजयप्रताप सिंह के समय में भी मामले के तूल पकड़ने पर जांच का नाटक किया गया था। लेकिन दोनों दफा रिपोर्ट पर कार्रवाई फाइलों में दब कर रह गई।
सत्ता पक्ष के नेताओं के संरक्षण के लगे थे आरोप
गौरतलब है कि हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र का यह भूखंड पूर्व में खाली पड़ा था। लेकिन जब राज्य सरकार द्वारा शहरी ओलंपिक के आयोजन करवाए गए उस समय इस मैदान पर ही शहरी ओलंपिक के उद्घाटन का कार्यक्रम रखा गया था। इसी दौरान बड़ी चालाकी से हरियाणा स्पोर्ट्स अकादमी के संचालकों ने स्पॉन्सरशिप के बहाने भूखंड पर अकादमी का बोर्ड लगा दिया। इसके साथ ही भूखंड की चारदिवारी पर तारबंदी करवरकर लोगों का प्रवेश बंद कर दिया।
इसके बाद से लगातार विरोध के बावजूद भूखंड पर एकेडमी संचालकों का कब्जा बना हुआ है। अकादमी संचालक भूखंड पर ताला जड़कर रखते हैं ताकि दूसरा कोई व्यक्ति इसमें प्रवेश नहीं कर पाए।भूखंड पर अवैध रूप से स्पोर्ट्स अकादमी के संचालक को लेकर यह चर्चा तब से अब तक बनी हुई है कि तात्कालिक सत्ताधारी नेताओं का अकादमी संचालकों को संरक्षण का था। इसी वजह से लगातार विरोध शुरू उठने के बावजूद प्रशासन जमीन में गर्दन डालकर शुतुरमुर्ग बना रहा।
सत्ता परिवर्तन के बाद भूखंड के खाली होने की उम्मीद ?
विधानसभा चुनाव के बाद शहर में सत्ता परिवर्तन के केंद्र बदल चुके हैं। पूर्व में सत्ता पर काबिज लोगों को जनता ने बुरी तरह से नकार दिया है। इसकी एक वजह इन नेताओं द्वारा भ्रष्टाचार और भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ लगातार उठती आवाजों की अनदेखी करना भी रहा। अवैध एकेडमी संचालन के खिलाफ उठती आवाजों को दबाना भी इसमें शामिल रहा था। बहरहाल अब क्योंकि सत्ता का केंद्र बदल चुका है और विपक्ष की भूमिका में भी नए चेहरे आ चुके हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि अब हालात बदलेंगे और दोनों पक्षों के नेता अवैध एकेडमी संचालक को संरक्षण न देकर भूखंड को खाली कराकर नये निजाम का उदाहरण पेश करेंगे।
यहां दोनों पक्षों के नेताओं को बता यह समझ लेना चाहिए कि उनकी स्थिति टेलीविजन पर आने वाले प्रसिद्ध कार्यक्रम ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में हॉट सीट पर बैठे प्रतियोगी जैसी है। कार्यक्रम में किसी सवाल का उत्तर देने के लिए अक्सर अमिताभ बच्चन प्रतियोगी से कहते हैं कि आपका वक्त शुरू हो चुका है अब ! सूरतगढ़ विधानसभा की बात करें तो फिलहाल अमिताभ बच्चन की भूमिका में सूरतगढ़ की जनता है। इसलिए इस मामले में जनता के नजरिये से दोनों पक्षों के जिम्मेदार शीर्ष नेताओं का भी वक्त शुरू हो चुका है।
कासनिया क्योंकि सत्ता पक्ष के प्रतिनिधि है इसलिये उनकी जिम्मेदारी कुछ अधिक है वहीं डूंगरराम गेदर जो की विपक्ष की भूमिका में है वे भी अपनी जिम्मेदारी से बच नही सकते ! देखना होगा कि ये दोनों नेता इस मामले में जनता की उम्मीदों का उत्तर क्या देते है साथ ही देखना ये भी होगा कि सही जवाब का इनाम किसकी झोली में जायेगा ?