कांग्रेस का होली स्नेह मिलन : मील परिवार ने दिखाई ताक़त

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मील परिवार ने किया विधानसभा चुनावों की तैयारियों का आगाज़

सूरतगढ़। होली स्नेह मिलन के बहाने कांग्रेस के पूर्व विधायक गंगाजल मील ने मंगलवार को अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। पशु चिकित्सालय के पीछे खाली मैदान में हुए समारोह में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों की संख्या को लेकर लोगों में अलग-अलग मतभेद है। कुछ लोगों का मानना है कि कार्यक्रम में 4 से 5 हज़ार लोग पहुंचे। दूसरी ओर कांग्रेस से जुड़े नेताओं की माने तो कार्यक्रम में 8 से 10 हज़ार लोग उपस्थित रहे। हालांकि कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की संख्या 5000 भी मान ली जाए तो यह संख्या कम नहीं है । इस दौर में जब आम आदमी जीवन की जद्दोजहद में ही व्यस्त है ऐसे समय में 5000 लोगों की उपस्थिति भी बहुत अच्छी मानी जाएगी।  

मील परिवार ने शक्ति प्रदर्शन कर जताई दावेदारी

कांग्रेस द्वारा आयोजित होली स्नेह मिलन कार्यक्रम को राजनीतिक हलकों में शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। कार्यक्रम में जुटी भीड़ के जरिए मील परिवार ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। विधानसभा चुनाव में लगातार दो हार के बाद कहीं ना कहीं ये लगने लगा था कि मील परिवार का राजनीतिक कैरियर खत्म होने वाला है लेकिन चुनाव के बाद इलाके में मील परिवार की सक्रियता और पहले नगरपालिका, फिर पंचायत चुनाव में मिली पार्टी की जीत ने मील परिवार के टूटती उम्मीदों को फिर से पंख दिए और मील परिवार ही कांग्रेस की टिकट के प्रमुख दावेदार के रूप स्थापित हो चुका था ।

लेकिन बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले डूंगरराम गेदर को गहलोत सरकार द्वारा शिल्प एंव माटी कला बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद हालात एक बार फिर बदल गए । उस पर सम्मान समारोह में गेदर ने भीड़ जुटाकर एक बार अपनी मजबूत दावेदारी का इशारा कर दिया। जिसके बाद से राजनीतिक हलकों में गेदर को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट का प्रमुख दावेदार माने जाने की चर्चा शुरू हो गयी थी। गेदर की चर्चाओं के बीच मील परिवार ऊहापोह में था कि गेदर के शक्ति प्रदर्शन का जवाब किस तरह से दिया जाए ।

होली ने यह मौका मिल परिवार को दे दिया । गेदर के शक्ति प्रदर्शन का जवाब देने के लिए मील परिवार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी । पूर्व विधायक गंगाजल मील, पंचायत समिति प्रधान हजारी राम मील और पीसीसी सदस्य हनुमान मील, नगर पालिका चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा सहित सभी खुद मैदान में उतरे और घर-घर जाकर लोगों को कार्यक्रम में पहुंचने का न्यौता दिया। कांग्रेस नेताओं की मेहनत का नतीजा रहा कि कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। जिसके चलते कहा जा सकता है कि कार्यक्रम कांग्रेस नेताओं की उम्मीद के मुताबिक सफल रहा ।

गेदर की राह नहीं आसान

राज्य सरकार द्वारा डूंगरराम गेदर को शिल्प एंव माटी कला बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाये जाने से भले ही इलाके में खासकर कांग्रेस की राजनीति में बदलाव होने की उम्मीद जगाई हो। लेकिन मील परिवार ने स्नेह मिलन के बहाने अपनी ताकत का प्रदर्शन करें यह साफ कर दिया है कि जो लोग उन्हें चूका हुआ मान रहे हैं वे गलतफहमी में है । शक्ति प्रदर्शन कर उन्होंने साबित कर दिया है कि मील परिवार एक बार फिर पूरी ताकत से विधानसभा सीट के लिए दावेदारी प्रस्तुत करेगा। ऐसे में मील परिवार के तेवरों को देखते हुए यह साफ जाहिर है कि गेदर के लिए भी आगामी विधानसभा चुनावों की टिकट लेने की राह आसान नहीं है।

लगातार दो चुनावी हार के दाग को सुशासन से बदलने का वक्त

आगामी विधानसभा चुनावों में करीब डेढ़ साल का ही वक्त बचा है। ऐसे में इलाके में सत्ता के बड़े केंद्र के रूप में स्थापित मिल परिवार चाहे तो पिछली लगातार 2 हारों के दाग को सुशासन के जरिए धो सकता है। हालांकि वक्त बेहद कम है लेकिन फिर भी कोशिश की जा सकती है। इसके लिए सबसे पहले जरूरी है कि मील परिवार खासकर पूर्व विधायक गंगाजल मील अपने आसपास बैठे चापलूस किस्म के लोगों से किनारा करें। पूर्व विधायक गंगाजल मील के सरल स्वभाव को पसंद करने के बावजूद भी खुद कांग्रेस नेताओं का ही एक बड़ा तबका है जो मील परिवार से चापलूस किस्म के लोगों की वजह से खफा है। इन चापलूस और मतलबी किस्म के लोगों को दी जाने वाली इंर्पोटेंस ने एक बहुत बड़े तबके को मील परिवार से दूर कर दिया है। पूर्व विधायक गंगाजल मील या पीसीसी सदस्य हनुमान मील चाहे तो इस गंदगी को साफ कर पार्टी के वफादार लोगों को एक बार फिर अपने साथ जोड़ सकतें है।

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