विधायक कासनिया और पूर्व विधायक भादू की कम हो रही लोकप्रियता

सूरतगढ़। बुझ चुका है तेरे हुस्न का हुक्का।
एक हम है के गुड़गुड़ाये जा रहे हैं।।
किसी कवि का ये शेर सूरतगढ़ विधानसभा के दिग्गज नेताओं और उनके समर्थकों पर पूरी तरह से लागू होता है। भाजपा में टिकट के दावेदार सभी भाजपा नेता खुद को सबसे बड़ा सूरमा बताते है। वहीं सोशल मीडिया पर टिकट की मांग कर रहे इन नेताओं के समर्थक भी भौकाल मचानें में पीछे नहीं हैं। हर कोई एक दूसरे को नीचा दिखा कर अपने-अपने नेता को जिताऊ साबित करना चाहता है। ये और बात है जनता के बीच लोकप्रियता के पैमाने पर ये कथित दिग्गज नेता बुरी तरह से असफल हो चूके है। यह बात नेताओं और उनके समर्थकों को कड़वी भले ही लगे लेकिन सच है।
खबर पॉलिटिक्स द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से करवाए गए सर्वे में जो नतीजे निकल कर आए है वे कुछ ऐसी ही कहानी बयां करते हैं। इस सर्वे में हमने लोगों से सवाल किया था कि सूरतगढ़ विधानसभा में वे किस नेता को प्रत्याशी के रूप में देखना चाहते हैं। सवाल के जवाब में हमने लोगों को वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया, पूर्व विधायक राजेंद्र भादू, अशोक नागपाल, राकेश बिश्नोई, राहुल लेघा, मोहन पूनिया, विजेंद्र पूनिया,पूर्व चेयरमैन आरती शर्मा, काजल छाबड़ा, जयप्रकाश सरावगी, सुभाष गुप्ता जैसे 11 नेताओं में से एक के चुनाव का विकल्प दिया था।
यहां हम आपको यह भी बता दें कि यह सर्वे 30 अक्टूबर सुबह 11:00 से शुरू होकर 31 अक्टूबर सुबह 11:00 यानि 24 घंटे की अवधि में किया गया। इस सर्वे में करीब 600 लोगों वाले ग्रुप में महज 177 लोगों ने अपनी पसंद पर वोट किया। हालांकि ढाई लाख की आबादी वाले विधानसभा क्षेत्र में किसी नेता की लोकप्रियता का आंकलन करने के लिए यह सैंपल काफ़ी छोटा है। फिर भी जिस तरह के नतीजे इस सर्वे से मिले हैं वो हकीकत की काफी नजदीक दिख रहे हैं।
सर्वे के आंकड़े कई दिग्गज नेताओं के जनता की नज़रों में गिरते जवाल की और इशारा कर रहे हैं। वहीं सर्वे यह भी बताता है कि पुरानी पीढ़ी के कुछ नेताओं की साख अब भी क़ायम है। दूसरी और नई पीढ़ी के कई नेताओं के उभार के संकेत भी इस सर्वे से मिल रहे हैं।
टिकट को लेकर राहुल लेघा है बहुमत की पसंद
खबर पॉलिटिक्स के इस सर्वे में लोकप्रियता के मामले में भाजपा के युवा नेता राहुल लेघा सबसे आगे रहे हैं। कुल वोटो के प्रतिशत की बात करें तो करीब 32% लोगों ने राहुल लेघा को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने को लेकर वोट किया। कुल पोल हुए 177 वोट में से लेघा ने 57 वोट हासिल किये है। सर्वे के नतीजे के मुताबिक भाजपा की टिकट के लिए राहुल लेघा इलाके के लोगों की पहली पसंद साबित हो रहे है। हालांकि सैंपल सर्वे बहुत छोटा है लेकिन कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता है कि कुछ ही महीनो के वक्फे में इस युवा नेता ने राजनीति के दिग्गज नेताओं के बीच अपनी पहचान बनाई है। ऐसे वक्त में जब इलाके के बुजुर्ग नेताओं का चार्म हवा हो रहा है, राहुल लेघा जैसे युवा नेता उनकी जगह लेने को बेताब दिख रहे हैं।
हालांकि इस सर्वे में एक और युवा नेता राकेश बिश्नोई के पक्ष में भी लोगों ने अच्छे खासे वोट किए हैं। बिश्नोई को कुल 19 वोट मिले हैं जो प्रतिशत के रूप में कुल वोट का लगभग 11 प्रतिशत होता है। लेकिन राहुल लेघा के मुकाबले में राकेश बिश्नोई हमारे सर्वे में पिछड़ते दिख रहे है । वैसे आपको यह बता दें कि यह सर्वे कोई यूनिवर्सल ट्रुथ नहीं है लेकिन फिर भी आम आदमी की पसंद की झलक इस सर्वे में दिखाई देती है।
अग़वा नेताओं में अशोक नागपाल का जलवा बरकरार, कासनिया,भादू को छोड़ा पीछे

खबर पॉलिटिक्स के इस सर्वे के मुताबिक पूर्व विधायक अशोक नागपाल अब भी विधानसभा के लोगों की पसंद है। विधायक रामप्रताप कासनिया और पूर्व विधायक राजेंद्र भादू के मुकाबले में लोग अशोक नागपाल को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जो कहीं ना कहीं यह साबित करता है कि विधायक रामप्रताप कासनिया और पूर्व विधायक राजेंद्र भादू का जनाधार कम हुआ है। सर्वे में नागपाल को करीब 17% ( कुल 177 वोट में से 31) वोट मिले हैं। जो विधायक कासनिया को मिले 14.68 प्रतिशत और पूर्व विधायक भादू को मिले 12.42 प्रतिशत वोट से कुछ ज्यादा है। यह आंकड़ा यह भी बताता है कि पूर्व विधायक नागपाल और विधायक कासनिया के मुकाबले में पूर्व विधायक राजेंद्र भादू का जनाधार घटा है। यह इस बात का इशारा भी है कि भादू के विधायक कार्यकाल के दौरान हुई लोगों की नाराजगी का असर कम नहीं हुआ है।
हालांकि लोकप्रियता के मामले में पूर्व विधायक अशोक नागपाल अभी भी राहुल लेघा से काफी पीछे दिखाई देते हैं। लेकिन वर्तमान विधायक सहित पार्टी के पुराने नेताओं में भाजपा की टिकट के लिए अशोक नागपाल लोगों की पहली पसंद है यह बात सर्वे से साफ है ।
पार्टी टिकट की मांग कर रहे कई नेताओं को सर्वे दिखा रहा आईना
खबर पॉलिटिक्स का यह सर्वे टिकट की मांग कर रहे कई भाजपा नेताओं को आइना दिखाता नज़र आ रहा है। सर्वे में जिस तरह से लोगों ने इन नेताओं के पक्ष में वोट करने में रुचि नहीं दिखाई है, वह यह बताने के लिए काफ़ी है कि विधायक की टिकट की मांग कर रहे इन नेताओं को अभी बहुत मेहनत करने की जरूरत है। जनता के मुद्दों पर कभी सड़क पर नहीं दिखाई देने वाले यह नेता केवल पार्टी कार्यक्रमों में फोटो बाजी कर विधायक बनने का सपना देख रहे हैं। हालांकि सपने देखना बुरा नहीं है पर हमें लगता है कि सपनों को पूरा करने के लिए इन नेताओं को नींद से जागने की जरूरत है।
सर्वे को टिकट मिलने से जोड़कर नहीं देखा जाये
पाठकों से निवेदन है कि खबर पॉलिटिक्स के इस सर्वे के परिणाम को राहुल लेघा या अशोक नागपाल को टिकट मिलने की हमारी घोषणा या दावे के रूप में नहीं देखें। सर्वे सिर्फ भाजपा टिकट के लिए जनता की पसंद का इंडिकेशन मात्र है। टिकट को लेकर पार्टी जमीनी सर्वे, प्रत्याशी की आर्थिक क्षमता, पार्टी के बड़े नेताओं से सम्पर्क सहित कई बिंदुओं पर गौर किया जाता है।
खबर पॉलिटिक्स सर्वे को लेकर दें अपनी राय
खबर पॉलिटिक्स के इस सर्वे को लेकर आपकी राय हमसे अलग हो सकती है। लेकिन इस ऑनलाइन सर्वे में हमने हमारी कांटेक्ट लिस्ट में शामिल व्यक्तियों को शामिल नहीं किया। सर्वे में भाग लेने वाले हमारे वे पाठक है जो खबर पॉलिटिक्स की निष्पक्ष और बेबाक खबरों को पसंद कर स्वप्रेरित होकर हमसे जुड़े हैं। जैसा कि हम पहले कह चूके है कि सर्वे का सैंपल बहुत छोटा है इसलिए इसे अंतिम मानना भी सही नहीं होगा। फिर भी खबर पॉलिटिक्स के सर्वे से निकले आंकड़ों पर आपकी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें। जिससे की हमें भी आत्मावलोकन का अवसर मिले।
– राजेंद्र पटावरी, उपाध्यक्ष-प्रेस क्लब सूरतगढ़।