क्या मील परिवार की राजनीतिक जड़ों में मट्ठा डालने की तैयारी में है चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा ? सोशल मीडिया पर इन दिनो वायरल हो रही एक ऑडियो क्लिप कुछ-कुछ ऐसा ही इशारा दे रही है। इस ऑडियो क्लिप में कौन लोग है जो आपस में बातचीत कर रहे हैं ? इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। हालांकि खबर पॉलिटिक्स भी इस ऑडियो क्लिप की सत्यता को लेकर कोई दावा नही करता है । लेकिन इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद शहर की राजनीति से जुड़े कई दिग्गजों की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल अवश्य खड़े हो गए हैं ,जिनका जवाब इस शहर की पब्लिक जानना चाहती है। यह ऑडियो क्लिप दो व्यक्तियों के बीच हुए टेलीफोनिक वार्तालाप की है । इस ऑडियो क्लिप में फोन करने वाले व्यक्ति को सामने वाला व्यक्ति किसी सुरेंद्र नामक व्यक्ति के प्लॉट के बारे में बता रहा है । यह व्यक्ति आपसी वार्तालाप में बताता है कि नगरपालिका चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा कब्जे के प्लाटों में हिस्सा मांगते है । ऑडियो क्लिप के अनुसार प्लॉट में हिस्सा मांगते समय चेयरमैन कालवा ऊपर से दबाव होने की बात करते हैं। वैसे आपको पता ही है कि खबर पॉलिटिक्स ब्लॉग के माध्यम से हमने शहर में भू-माफियाओं और राजनीतिज्ञों के गठजोड़ पर कई समाचारों का प्रकाशन किया। कई मौकों पर हमने भू माफियाओं द्वारा बेशकीमती भूमि पर किए गए कब्जों के सचित्र समाचारों का प्रकाशन भी किया था। लेकिन क्या मजाल चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा या फिर पालिका प्रशासन कोई कार्रवाई करता ! ऐसे में जब ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा की और से कोई बयान सामने नही आया है तो क्या ये मान लिया जाए कि यह ऑडियो क्लिप शहर में राजनीतिज्ञों की मिलीभगत से चल रहे सरकारी संपत्ति की लूट के नैक्सस का चेहरा बेनक़ाब करती है और इन बेनक़ाब हुए चेहरों में एक चेहरा हमारे मास्टरजी का भी है ? क्यों कि यदि मास्टर जी सरकारी संपत्ति की बंदरबांट में शामिल नहीं है तो क्या उन्हें अपने ऊपर इस ऑडियो क्लिप के जरिए लग रहे आरोपों पर अपना मत स्पष्ट नहीं करना चाहिए ? इसके अलावा यदि ऑडियो क्लिप को झूठ मान भी लिया जाए तो बड़ा सवाल है कि मास्टर जी ने अब तक झूठी ऑडियो क्लिप को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नही की ? क्योंकि इस ऑडियो क्लिप में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी हनुमान मील द्वारा मामला सामने आने पर चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा को पंचायत में लताड़ने का भी दावा किया गया है तो फिर ऑडियो क्लिप से उठ रहे सवालों का जवाब हनुमान मील और मील परिवार की तरफ से भी आना चाहिए ? वैसे भी हनुमान मील आने वाले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का चेहरा रहने वाले हैं इसमें शायद ही किसी को संदेह है ! ऐसे में हनुमान मील को भी साफ करना चाहिए कि अगर ऑडियो क्लिप सही है तो उन्होंने इस तरह की बात सामने आने के बाद चैयरमेन कालवा के खिलाफ क्या कड़ी कार्रवाई की ? क्यों कि इतने बड़े मामले में केवल लताड़कर छोड़ देना गले नही उतरता है ! दूसरी और अगर यह क्लिप मेनूप्लेटेड है जैसा कि कुछ लोगों का मानना है तो फिर मील परिवार को अवश्य मालूम होगा कि वो कौन हैं जो मील परिवार के बहाने चेयरमैन कालवा के मानमर्दन का षडयंत्र रच रहा है ? बहुत से ऐसे ही सवाल है जिनके जवाब सत्ता पक्ष को देने चाहिए ।
वैसे सवाल शहर में विपक्ष होने का दावा करने वाले नेताओं से भी बनता है कि जब शहर की बेशकीमती सरकारी संपति को नगरपालिका प्रशासन की मिलीभगत से लूटा जा रहा है तो चुने हुए विपक्षी पार्षद क्यों चुप्पी साधे हुए हैं ? क्यों विपक्ष के पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े जनप्रतिनिधियों तक इतने संगीन आरोपों के बावजूद मुंह मे दही जमाये हुए हैं।
खैर उम्मीद की जानी चाहिए कि ऑडियो क्लिप पर कठघरे में खड़े जिम्मेदार लोग आगे बढ़कर अपना पक्ष रखेंगे ! लोकतंत्र ने जनता ही मालिक है तो उसे सच का पता भी होना चाहिए। वरना सुपरस्टार राजेश खन्ना पर ‘रोटी’ फ़िल्म में फिल्माया गया ये गाना तो आपने सुना ही होगा !
ये जो पब्लिक है सब जानती है ये जो पब्लिक है।
अंदर क्या है बाहर क्या है ये सब कुछ पहचानती है……।।
–राजेेंद्र पटावरी, उपाध्यक्ष-प्रेस क्लब।
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